पटना: बिहार की सियासत को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक भरत सिंह ने एक बड़ा खुलासा किया है. ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में भरत सिंह ने दावा किया है कि कांग्रेस के करीब 11 विधायक टूटने को तैयार हैं. उन्हें इंतजार है सिर्फ दो और विधायकों का और तब उन पर दल बदल कानून लागू नहीं होगा. ईटीवी भारत संवाददाता अमित वर्मा से बातचीत करते हुए उन्होंने इसके पीछे की वजह भी बताई.
कांग्रेस के पूर्व विधायक भरत सिंह ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को इस बारे में जानकारी दे दी है कि बिहार कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है. भरत सिंह का कहना है कि इस बार टिकट बंटवारे में जिस तरह बाहरी लोगों को बुलाकर टिकट दिया गया, उसका खामियाजा बिहार कांग्रेस को भुगतना पड़ा. भरत सिंह का दावा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर खुलेआम पैसों का खेल खेला गया और यही वजह है कि जो भी विधायक चुनकर आए हैं, उन्हें पार्टी से कोई लेना देना नहीं है और ना ही कांग्रेस में कोई ऐसी कोशिश हो रही है कि तमाम विधायकों को एक साथ लेकर चला जाए.
'मदन मोहन झा बनना चाहते हैं मंत्री'
ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा भी पार्टी छोड़ देंगे. उन्होंने अपनी इस बात पर जोर देते हुए कहा कि मदन मोहन झा मंत्री बनना चाहते हैं और जल्द ही पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया जाएगा. इसके बाद मदन मोहन झा को पूछने वाला कोई नहीं होगा. लिहाजा, वो दल बदल लेंगे.
'जल्द ही टूट जाएंगे कांग्रेस विधायक'
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी और जदयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा जदयू के साथ बीजेपी भी है. वो चाहती है कि उनके पास बहुमत का आंकड़ा इतना ज्यादा हो कि सरकार मजबूती के साथ चल सके और यही वजह है कि कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने की कोशिश हो रही है, उनका कहना है कि कांग्रेस के 11 विधायक तैयार हैं दो और विधायक अगर राजी हो जाएंगे, तो किसी भी दिन बिहार कांग्रेस में बड़ी टूट हो सकती है.